ओमिक्रोन (omicron ) कोरोना वायरस का नया वैरिएंट

 



     विश्व के लगभग 25 से अधिक देशों में करोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन अपना संक्रमण बढ़ा रहा  है भारत जैसा बहुसंख्यक देश इस प्रसार से कैसे अछूता रह सकता है ,भारत में भी ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे है | कोरोना का यह वैरिएंट को सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया यह वैरिएंट बच्चो में भी फ़ैल रहा है | वैज्ञानिकों के अनुसार यह वैरिएंट कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से पांच गुना अधिक संक्रामक है| विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमिक्रोन के द्रुत प्रसार पर  चिता जताई , और विश्व समुदाय से इस वायरस के तीव्र प्रसार से सजग व सतर्क रहने के साथ ही आवश्यक प्रोटोकोल का पालन करने का आग्रह किया |



       ये वायरस होता क्या है , और म्युटेशन (mutation) किसे कहते है ? आइये समझते है -:


         वायरस सूक्ष्म अकोशिकीय जीव है जो इस धरा पर कई वर्षों तक सुसुप्त अवस्था पर सोये रहताहै | यह स्वय reproduction नहीं कर सकता है लेकिन जैसे ही इसे कोई होस्ट या हमारा शरीर मिल जाय तो शरीर के अन्दर कोशिका (cell) में प्रवेश कर उस कोशिका के आरएनए और डीएनए  की जेनेटिक संरचना को अपनी जेनेटिक संरचना में बदल देता है फिर उसके बाद वायरस अपने कोशिका  के जैसे ही product उत्पन्न करता है | ठीक ऐसा ही कोरोना का वायरस भी कर रहा है ज्यों ही कोरोना के किसी वैरिएंट को होस्ट cell मिलती है,वह  cell में प्रवेश कर उसमे अपने जैसे संक्रमित कोशिकाओं का reproduction शुरू कर देता है | इस रिप्रोडक्शन के दौरान किसी जीन के डीएनए में कुछ बदलाव आ जाते है ठीक उसी प्रकार किसी गोरे माता पिता के बच्चे का कला होना, इसी परिवर्तन को वैज्ञानिक भाषा में म्युटेशन (mutation)कहा जाता है |

कोरोना  के नए वैरिएंट का नाम ओमिक्रोन क्यों पड़ा ?

         वर्ष 2019 में चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस अपनी द्रुत संक्रामकता के कारण अब पूरे विश्व के कोने- कोने तक अपने पैर पसार चुका है और अब तक कई बार अपना रूप बदल चुका है |  ओमिक्रोन कोरोना का 13 वाँ स्ट्रेन है, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने  अब तक कोरोना वायरस के वैरिएंट का नाम उनके स्ट्रेन के क्रमानुसार ग्रीक भाषा के वर्णों के आधार पर अल्फ़ा,बीटा ,डेल्टा आदि रखा था ,परन्तु इसका नाम ग्रीक भाषा के 15वें alphabet ओमिक्रोम (o) के नाम पर रख गया | जबकि तेरहवाँ स्ट्रेन होने से इसका नाम ग्रीक भाषा का तेरहवां वर्ण नू (NU) होना चाहिए उसके बाद चौदहवां alphabet शी XI है ,इन वर्णों को छोड़ दिया गया |इन नामों को छोड़ने के पीछे WHO का कहना है कि  NU (नू) वर्ण से न्यू ( NEW ) की शब्द का ध्वनि आती है इससे लोग कही इसे नया वायरस न समझ ले और शी ( XI ) common अक्षर है जो की किसी व्यक्ति विशेष नाम ,उपनाम हो सकता है | WHO के नियमों के अनुसार किसी बीमारी का नाम किसी व्यक्ति, धर्म ,संस्था व देश  के नाम पर नहीं रखा जा सकता,इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्रीक भाषा के पन्द्रहवें वर्ण ओमिक्रोन (o) के नाम पर इस वैरिएंट का  नाम ओमिक्रोन रखा |

     ओमिक्रोन स्ट्रेन अब तक के कोरोना वैरिएंट में से सबसे तेज संक्रामक  वैरिएंट है |WHO  ने इसे वैरिएंट ऑफ़ कन्सर्न कहा है | इस  वैरिएंट से  वैक्सीन लगा चुके लोग भी सुरक्षित  नहीं  है |

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के सामान्य लक्षण -:

         ओमिक्रोन वैरिएंट में कोरोना से संक्रमित मरीज में अन्य वैरिएंट की तरह  तेज बुखार ,जुकाम, सांस लेने में परेशानी, स्वाद व गंध का पता न लगाना  जैसे सामान्य लक्षण नहीं दिखाई दिए सरल शब्दों में covid -19  के सामान्य लक्षण नहीं दिखाई दिए | ओमिक्रोन वैरिएंट में निम्न सामान्य से लक्षण मरीजों में परिलक्षित हुए |

    1-शरीर दर्द ( body pain )

    2-सर  दर्द (head ache )

    3-गले में खराश (sore throat)

    4- थकान  (tiredness )

    5 भूख न लगाना (loss of appetite)


   कोरोना से बचाव के लिए क्या करें ?

         कोरोना का डेल्टा वैरिएंट अभी समाप्त नहीं हुआ और ओमिक्रोन के नये वैरिएंट की दस्तक ने देश में भय का वातावरण बना दिया हैं |  देशवासी डेल्टा वैरिएंट से हुई जनहानि के घावों को नहीं भूल पाए है अतः

      दो गज की दूरी मास्क है जरूरी –करोना वायरस को होस्ट (हमारा शरीर ) अर्थात जीवित कोशिका (इंशानी फेफड़ा ) न मिले तो वो सुसुप्त अवस्था में सोया रहेगा या शरीर के बाहर sanitizer द्वारा मारा जायेगा | अगर पूरे देश में सभी लोग मास्क का प्रयोग करेंगे तो वायरस को शरीर के अन्दर जीवित cell तक नहीं पहुँचेगा |



      सामाजिक दूरी (social distancing) |

       समय - समय पर sanitizer  का प्रयोग |

      नियमित व्यायाम, योग व उचित खान पान |

      अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले ।

      कोरोना के सामान्य लक्षण दिखे तो rt pcr या rapid antigen जाँच अवश्य करवा ले और पॉजिटिव आने पर docter की सलाह अवश्य माने |

       वैक्सीन अवश्य लगवा ले |

       अगर कोई व्यक्ति चाहे घर का सदस्य ही क्यों न हो अगर बाहर दूसरे राज्य ,देश से आता है तो उससे न मिले जब तक उसकी पूरी जांच न हो जाए और रिपोर्ट नेगेटिव न आ जाय |

            

                          ' धन्यवाद ' 😷😷



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